सद्भावे साधुभावे च सत् इत्येतत्प्रयुज्यते ।
प्रशस्ते कर्मणि तथा सत् शब्दः पार्थ युज्यते ॥
‘Sat’ is used in the sense of real and good; and the word ‘Sat’ is used for praiseworthy action, O Partha.
‘सत्’ शब्द का प्रयोग सद्भाव और साधुभाव में होता; प्रशस्त कर्म के लिए भी ‘सत्’ कहा जाता।
Life Lesson:
Let ‘good’ name and guide your work.
‘सत्’ को कर्म का नाम और दिशा बनाओ।