अभिसंधाय तु फलं दम्भार्थमपि चैव यः ।
इज्यते भरतश्रेष्ठ तं यज्ञं विद्धि राजसम् ॥
But the sacrifice performed for fruit and for show—know that as rajasic.
जो यज्ञ फल और दिखावे हेतु—वह रजस।
Life Lesson:
Showmanship dilutes sanctity.
दिखावा पवित्रता घटाता है।