सत्त्वं सुखे सञ्जयति रजः कर्मणि भारत ।
ज्ञानमावृत्य तु तमः प्रमादे सञ्जयत्युत ॥
Sattva leads to joy, Rajas to action; Tamas, veiling knowledge, leads to negligence.
सत्त्व सुख में, रज कर्म में; तम ज्ञान आवृत कर प्रमाद में ले जाता।
Life Lesson:
Discern which mode drives you.
कौन-सा गुण चला रहा—देखो।