Chapter 10 — Vibhuti Yoga • Verse 10.8
अहं सर्वस्य प्रभवो मत्तः सर्वं प्रवर्तते ।
इति मत्वा भजन्ते मां बुधा भावसमन्विताः ॥
I am the source of all; from Me everything proceeds. Knowing thus, the wise worship Me with devotion.
मैं सबका प्रभव हूँ; मुझसे सब प्रवर्तित होता है। ऐसा जानकर बुद्धिमान भाव सहित मेरी भक्ति करते हैं।
Life Lesson:
See Source → respond with devotion.
स्रोत को पहचानो → भक्ति से उत्तर दो।