स तया श्रद्धया युक्तस्तस्याराधनमीहते ।
लभते च ततः कामान्मयैव विहितान्हि तान् ॥
Endowed with that faith, he seeks the worship of that form and obtains his desires—granted by Me alone.
उस श्रद्धा से युक्त होकर वह उसी देवता की आराधना करता है और अपने कामनाएँ पाता है—वास्तव में वे मुझसे ही प्रदान होती हैं।
Life Lesson:
Grace works through chosen channels.
कृपा चयनित माध्यमों से भी काम करती है।