बहूनां जन्मनामन्ते ज्ञानवान्मां प्रपद्यते ।
वासुदेवः सर्वमिति स महात्मा सुदुर्लभः ॥
At the end of many births, the wise takes refuge in Me, realizing ‘Vasudeva is all’; such a great soul is very rare.
अनेक जन्मों के अन्त में ज्ञानी ‘वासुदेवः सर्वम्’ जानकर मेरी शरण में आता है—ऐसा महात्मा अत्यन्त दुर्लभ है।
Life Lesson:
Let many lives’ seeking culminate in oneness.
अनेक जन्मों की खोज एकत्व में परिपक्व हो।