प्रयत्नाद्यतमानस्तु योगी संशुद्धकिल्बिषः ।
अनेकजन्मसंसिद्धस्ततो याति परां गतिम् ॥
Striving with effort, the yogi, purified of sin, perfected through many births, reaches the highest goal.
प्रयत्नशील योगी पाप से शुद्ध होकर, अनेक जन्मों की सिद्धि से परम गति को प्राप्त होता है।
Life Lesson:
Keep going—effort across lifetimes ripens.
लगातार प्रयत्न अंततः फलता है।