श्रीभगवानुवाच
पार्थ नैवेह नामुत्र विनाशस्तस्य विद्यते ।
न हि कल्याणकृत्कश्चिद्दुर्गतिं तात गच्छति ॥
The Blessed Lord said: Neither here nor hereafter is there destruction for him; one who does good, my son, never comes to grief.
भगवान बोले: उसके लिए न यहाँ न परलोक में विनाश है; कल्याणकारी कभी दुर्गत को प्राप्त नहीं होता।
Life Lesson:
No effort in Yoga is lost.
योग का कोई प्रयास व्यर्थ नहीं जाता।